पाल रखे थे कुछ ख्वाब
उसने अपनी पलको तले
छुपा कर रखा सबसे ताकि
कभी किसी की नज़र न लगे
उमर बढ़ रही थी
ख्वाब संग उसकी भी
पर इस से पहले की वक़्त आता
उन ख्वाबों को पूरा करने का
उनके सुनहरे पंखो को
काट दिया घरवालों ने
कर दिया उसका विवाह
सोलह वर्ष की उमर में
पैंतीस वर्ष के आदमी से
ab पलकों में छुपे ख्वाब
पलकों में ही दफन हो गए
और सबने सोचा
वो रोई क्यूंकि
वक़्त था उसकी विदाई का................
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